नमस्कार दोस्तों! कंप्यूटर की इनपुट डिवाइस के इस आर्टिकल मे आज हम आपको इनपुट डिवाइसेस के बारे मे बताएंगे। कंप्यूटर मे कोई भी कार्य हम इनपुट तथा आउटपुट डिवाइसेस की मदद से ही कर सकते है। आज इस पोस्ट मे आप कंप्यूटर मे इस्तेमाल की जाने वाली विभिन्न प्रकार की इनपुट डिवाइस के बारे मे जानेंगे।
इनपुट डिवाइस क्या है? (What is the Input Device)
जिस डिवाइस द्वारा कंप्यूटर को डाटा और निर्देश इनपुट किए जाते है उन्हे इनपुट डिवाइस कहा जाता है। डाटा के कई प्रकार होते है जैसे टेक्स्ट, नंबर, सिम्बल, साउन्ड, ग्राफिक आदि; इसलिए अलग-अलग प्रकार के डाटा को इनपुट करने के लिए अलग-अलग प्रकार कि डिवाइसेस भी इस्तेमाल की जाती है, जिनके बारे मे हम आपको नीचे बता रहे हैं।
1. कीबोर्ड (Keyboard)

कीबोर्ड सबसे आम और बहुत लोकप्रिय इनपुट डिवाइस है, इसका इस्तेमाल कंप्यूटर मे टायपिंग कार्य करने के लिए किया जाता है। कीबोर्ड का लेआउट कोर्ट-कचहरी मे इस्तेमाल किए जाने वाले टाइपराइटर की तरह ही होता है, लेकिन इसमे कंप्यूटर को ऑपरैट करने के लिए कुछ अतिरिक्त कुंजियाँ भी होती हैं। कंप्यूटर मे इस्तेमाल किए जाने वाले कीबोर्ड के दो प्रकार होते है, जो निम्न प्रकार है।
कीबोर्ड के प्रकार (Types of Keyboard)
सामान्य कीबोर्ड (Normal Keyboard) – यह एक बेसिक कीबोर्ड होता है, जिसमे कुंजियों की संख्या लगभग 101 से 107 तक होती है। इससे सभी बेसिक कार्य किए जा सकते है। इसकी बनावट भी सामान्य होती है।
मल्टीमीडिया कीबोर्ड (Multimedia Media Keyboard) – इस कीबोर्ड मे सामान्य कीबोर्ड की अपेक्षा अतिरिक्त कुंजीयां प्रदान की जाती है, जिनका उपयोग मल्टीमीडिया कार्यों (Audio/Video – Play/Pause, Next/Prev, Volume Control etc.) के लिए या प्रोग्राम के शॉर्टकट (Search, File Explorer, Help, Internet etc.) आदि के रूप मे किया जाता है। इस कीबोर्ड मे कुंजिओ कि संख्या लगभग 107 से 137 तक हो सकती है। कंप्यूटर मे कीबोर्ड को कनेक्ट करने के भी कई ऑप्शन होते है जो इस प्रकार है।
कीबोर्ड को कंप्यूटर से कनेक्ट करने के प्रकार
PS/2 कीबोर्ड (PS/2 Keyboard) – इस कीबोर्ड मे 6 पिन का गोल पोर्ट होता हैं, जिसकी मदद से कीबोर्ड को कंप्यूटर से जोड़ा जाता है। हालांकि इसकी जगह अब USB ने ले ली है, इस वजह से ये कीबोर्ड अब इस्तेमाल होना बंद हो गए हैं। PS/2 पोर्ट मे एक बड़ी कमी यह थी इसके पोर्ट मे 6 पिन होती थी, उनको बार-बार लगाने या हटाने या किसी भी असावधानी के कारण अक्सर पिन टूट जाया करती थी, जिस वजह से कीबोर्ड कार्य करना बंद कर देता था।
यूएसबी कीबोर्ड (USB Keyboard) – इसमें कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए यूएसबी पोर्ट है, जिसमे चार पिन होती है। यह पोर्ट PS/2 की अपेक्षा ड्यूरीबिलिटी के मामले मे अच्छा है तथा से लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है। PS/2 पोर्ट की अपेक्षा USB कि स्पीड स्पीड भी अधिक होती है, जिस वजह से टायपिंग एक्सपीरियन्स भी अच्छा रहता है।
वायरलेस कीबोर्ड (Wireless Keyboard) – यह कीबोर्ड तार रहित होता है। इस कीबोर्ड को कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए ब्लूटूथ तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। जिसके लिए कंप्यूटर मे एक ब्लूटूथ डिवाइस लगाई जाती है जिससे कीबोर्ड कनेक्ट हो जाता है। इस कीबोर्ड मे पावर देने के लिए बैटरी सेल का इस्तेमाल किया जाता है।
कीबोर्ड की कुंजियाँ (Keys of Keyboard)
एक कीबोर्ड मे विभिन्न प्रकार की कुंजियां होती है जो इस प्रकार है-
अल्फ़ाबेटिक कुंजियाँ (Alphabetic Keys) – ये कुंजियाँ A से Z तक होती है।
सिम्बल कुंजियाँ (Symbol Keys) – ये कुंजियाँ ऐल्फबेटिक कुंजियों के ऊपर नयूमेरिक कुंजियों के साथ होती है, जिन्हे शिफ्ट कुंजी के साथ बदलकर इस्तेमाल किया जाता है। इनमे विशेष कैरेक्टर के साथ अरिथमेटिकल ऑपरेटर भी होते है, जैसे – @ # $ % ^ & ( ) = + – / * आदि।
न्यूमेरिक कुंजियाँ (Numeric Keys) – ये कुंजियाँ 0 से 9 तक होती हैं, कीबोर्ड मे नयूमेरिक कुंजियाँ 2 जगह होती है। एक अलफबेटिक कुंजियों के ऊपर तथा दूसरी नम पैड मे जो कीबोर्ड मे दाई तरफ होता है।
फ़ंक्शन कुंजियाँ (Function Keys ) – कीबोर्ड मे 12 फंक्शन कुंजियाँ की-बोर्ड के ऊपर पहली लाइन मे मौजूद होती हैं, ये कुंजियाँ किसी किसी विशेष कार्यों के लिए उपयोग की जाती हैं। जैसे – F1 कुंजी का प्रयोग हेल्प के लिए तथा F2 कुंजी का प्रयोग फाइल को रीनेम करने के लिए, इसी प्रकार F5 कुंजी का प्रयोग कंप्यूटर को रिफ्रेश करने के लिए तथा F12 कुंजी का प्रयोग फाइल को सुरक्षित करने के लिए किया जाता है। कोई एक कुंजी अलग-अलग प्रोग्राम के हिसाब से कई सारे फ़ंक्शन परफार्म करती है।
कंट्रोल कुंजियाँ (Control Keys ) – ये कुंजियाँ एरो कीज़ (→↓←↑) के साथ ऑपरेशन कंट्रोल प्रदान करती हैं, कंट्रोल कीज़ में Home, End, Insert, PageUp, PageDown, Pause, Break, Scroll Lock आदि भी शामिल हैं।
विशेष प्रयोजन कुंजियाँ (Special Purpose Keys) – कीबोर्ड में विशेष कुंजियाँ होती हैं – Enter, Shift, Control, Alt, Caps Lock, Num Lock, Window, Tab, Print Screen आदि। इनका प्रयोग कंप्यूटर को ऑपरैट करने व शॉर्टकट के तौर पर किया जाता है। जैसे – Ctrl + C कुंजी का प्रयोग कॉपी करने के लिए, Alt + F4 कुंजी का प्रयोग प्रोग्राम को बंद करने के लिए।
2. माउस (Mouse)

माउस भी कीबोर्ड की तरह मुख्य इनपुट डिवाइस है। इसे पोइंटिंग डिवाइस भी कहते है क्योंकि इसमे ऐरो के रूप मे एक पॉइन्टर होता है, जो स्क्रीन पर दिख रहे ऑब्जेक्ट को कंट्रोल कर सकता है। माउस का इस्तेमाल ग्राफिक डिज़ाइनिंग मे बहुत उपयोगी है, इसकी मदद से आक्रतिओ को आसानी से बनाया जा सकता है। माउस के द्वारा कंप्यूटर को तेज तथा आसानी से ऑपरैट कर सकते है इसके लिए माउस मे 3 बटन होती है, जिनका कार्य इस प्रकार है।
- स्क्रॉल बटन (Scroll Button) – यह गोल बटन बीच मे होती है, इसकी मदद से पेज को ऊपर नीचे स्क्रॉल कर सकते है।
- बायां बटन (Left Button) – चयनित विकल्प को स्वीकृत करने के लिए, तथा ऑब्जेक्ट को सलेक्ट करने के लिए व ऑब्जेक्ट को ड्रैग करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।
- दायां बटन (Right Button) – चयनित फाइल, फ़ोल्डर, प्रोग्राम के विकल्प प्रदर्शित करने के लिए इस बटन का इस्तेमाल किया जाता है।
माउस के प्रकार (Types of Mouse)
व्हील माउस (Wheel Mouse) – यह माउस अब इस्तेमाल होना बंद हो चुके है, इन माउस की मुख्य बात यह है कि इसमें सतह के नीचे एक छोटी बॉल होती है। जब माउस चलता है तो बॉल घूमती है और स्क्रीन पर पॉइंटर भी माउस की गति की दिशा में चलता है।
लेज़र माउस (Laser Mouse) – यह व्हील माउस से बहुत मिलता-जुलता है, लेकिन डिफरेन्ट यह है कि इसमें स्क्रीन पर पॉइंटर को घुमाने के लिए, बॉल को घुमाने के बजाय लेज़र बीम का उपयोग किया जाता है। इस वजह से इसे ऑप्टिकल माउस भी कहा जाता है।
माउस को कंप्यूटर से कनेक्ट करने के प्रकार
कीबोर्ड कि तरह माउस भी कानेक्टिविटी के लिए समान तकनीक का इस्तेमाल करते है।
यह भी पढ़ें: Online CCC Registration तथा Fees Payment करना सीखें।
3. लाइट पेन (Light Pen)

लाइट पेन (पेन के समान) एक पॉइंटिंग डिवाइस है, यह किसी भी सीआरटी-आधारित डिस्प्ले के साथ काम करता है। इसका उपयोग मेनू आइटम का चयन करने के लिए, चित्र बनाने के लिए, टेक्स्ट को सलेक्ट करने आदि के लिए किया जाता है। एक लाइट पेन कैथोड-रे ट्यूब इलेक्ट्रॉन बीम द्वारा स्कैन किए जाने पर पास के स्क्रीन पर पिक्सल की चमक में बदलाव का पता लगाता है और इस घटना के समय को कंप्यूटर को बताता है।
4. जॉयस्टिक (Joystick)

जॉयस्टिक एक इनपुट डिवाइस है जिसका इस्तेमाल आमतौर पर वीडियो गेम को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है साथ ही इसका प्रयोग डिज़ाइनिंग मे भी किया जाता है। जॉयस्टिक में एक आधार और एक छड़ी होती है जिसे किसी भी दिशा घुमाया जा सकता है। छड़ी को धीरे-धीरे या तेज़ी से और अलग-अलग मात्रा में ले जाया जा सकता है। कुछ जॉयस्टिक्स में स्टिक्स होती हैं जिन्हें बाएँ या दाएँ घुमाया जा सकता है। जॉयस्टिक की लचीली गतिविधियों के कारण, यह माउस की तुलना में बहुत अधिक सटीकता से नियंत्रण प्रदान कर सकता है।
5. ट्रैकबॉल (Trackball)

यह भी माउस के समान ही एक पॉइंटिंग डिवाइस है, अंतर यह है इसमे एक गेंद होती है जो बाहर कि तरफ उभरी होती है। बॉल को उंगली या अँगूठे कि मदद से घुमाया जाता है जिससे पॉइन्टर स्क्रीन पर दिशा बदलता है। ट्रैक बॉल का उपयोग एक ही स्थान पर रखकर किया जाता है, इसे माउस कि तरह हटाने की जरूरत नहीं होती है।
6. स्कैनर (Scanner )
स्कैनर एक इनपुट डिवाइस है जो फोटोग्राफ और टेक्स्ट के पेज जैसे दस्तावेजों को स्कैन कर डिजिटल फॉर्मेट मे बदल देता है। जब किसी दस्तावेज़ को स्कैन किया जाता है, तो उसे डिजिटल प्रारूप में बदल दिया जाता है। यह दस्तावेज़ का एक इलेक्ट्रॉनिक संस्करण बनाता है जिसे कंप्यूटर पर देखा और संपादित भी किया जा सकता है। स्कैनर के उपयोग के हिसाब से कई सारे प्रकार है जो नीचे बताए गए हैं।
स्कैनर के प्रकार (Types of Scanner)
फ़्लैटबेड स्कैनर (Flatbed Scanner)

फ़्लैटबेड स्कैनर सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले स्कैनर हैं, क्योंकि ये घर और कार्यालय सभी जगह इस्तेमाल होते है, स्पेशली उन व्यवसायों के लिए जिन्हें उच्च प्रसंस्करण क्षमताओं की आवश्यकता होती है। फ्लैटबेड स्कैनर मे हम कोई डाक्यूमेंट, फोटो या कोई पेज आदि को लेजर बीम की मदद से स्कैन कर सकते है। यह एक बार मे एक ही डाटा स्कैन कर सकता है।
शीट-फेड स्कैनर (Sheet fed Scanner)

यह स्कैनर किसी लंबी शीट या एक से अधिक शीट/पेज को स्कैन करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसमे हम शीट को एक तरफ से लगाते है या एक से अधिक शीट/पेज को ट्रे मे रख देते है, और यह शीट/पेज को किसी लैमनेशन मशीन कि तरह खीचकर स्कैन करता है।
कार्ड स्कैनर (Card Scanner)

इस प्रकार के स्कैनर का उपयोग बड़े स्तर पर किया जाता है। इसका उपयोग ATM मशीनों, बैंक, शॉपिंग माल, कंपनियों आदि मे ATM card, Debit/Credit Card, Shopping Card, Employee Card आदि को स्कैन करने के लिए किया जाता है। इस स्कैनर मे कार्ड को स्वाइप करना होता है, जिससे यह कार्ड का नंबर स्कैन कर लेता है।
पोर्टेबल स्कैनर (Portable Scanner)

पोर्टेबल स्कैनर को चलते-फिरते कोई टेक्स्ट या कोई सिग्नेचर या छोटी इमेजेस को स्कैन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। स्कैनर बैटरी द्वारा संचालित होता है और एक बार जब आप डाटा को स्कैन कर लेते हैं, तो वह पोर्टेबल स्कैनर पर मेमोरी स्टोर हो जाता है। जिसे बाद मे कंप्यूटर पर स्थानांतरित कर सकते हैं।
एमआईसीआर (MICR)

मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रीडर/रिकॉग्निशन, इस इनपुट डिवाइस का उपयोग आम तौर पर बैंकों में नकली चेक की पहचान के लिए व हर दिन बड़ी संख्या में संसाधित किए गए चेक को स्कैन करने के लिए किया जाता है। एक विशेष प्रकार की स्याही से चेक पर मुद्रित बैंक कोड नंबर जिसमें चुंबकीय सामग्री होती है, एमआईसीआर चुंबकीय स्याही वर्ण पहचान तकनीक का उपयोग करके सही जांच करने में सक्षम है।
ओसीआर (OCR)

ऑप्टिकल कैरेक्टर रीडर/रिकॉग्निशन एक इनपुट डिवाइस है इसका इस्तेमाल प्रिंटेड टेक्स्ट को स्कैन करने के लिए किया जाता है। OCR टेक्स्ट को स्कैन करता है तथा उन्हें मशीन के पठनीय रूप में परिवर्तित करता है, और फिर स्कैन किए गए टेक्स्ट को सिस्टम मेमोरी पर स्टोर करता है, जिसे बाद मे एडिट भी किया जा सकता है।
बीसीआर (BCR)

बार कोड रीडर एक इनपुट डिवाइस है जिसका उपयोग किसी भी उत्पाद पर छपे बारकोड डेटा (डार्क लाइनों के रूप में डेटा) को पढ़ने के लिए किया जाता है। बारकोड रीडर आमतौर पर शॉपिंग मॉल और स्टोर में उपयोग किया जाता है। यह एक हैंड हेल्ड स्कैनर है जो बार कोड इमेज को स्कैन कर सकता है, और उन्हें अल्फा न्यूमेरिक वैल्यू में बदल सकता है।
ओएमआर (OMR)

ऑप्टिकल मार्क रीडर एक विशेष प्रकार का ऑप्टिकल स्कैनर है, जो पेन या पेंसिल द्वारा बनाए गए मार्क को स्कैन कर सकता है। इसका उपयोग विशेष रूप से MCQ वाली उत्तर पुस्तिका की जाँच के लिए किया जाता है।
फिंगर प्रिंट स्कैनर (Finger Print Scanner)

यह एक बाओमेट्रिक इनपुट डिवाइस है, इसका उपयोग अंगूठे या उंगली को स्कैन करने के लिए किया जाता है, इसका उपयोग आधार कार्ड बनवाने, बैंक मे यूजर ऑथेन्टकैशन तथा स्मार्टफोन/लैपटॉप मे डिवाइस को अनलॉक करने आदि के लिए किया जाता है। यह उपयोगकर्ता की सही पहचान करने मे सक्षम है।
आईरिस स्कैनर (Iris Scanner)

यह भी एक बाओमेट्रिक इनपुट डिवाइस है, इसका उपयोग आंखों को स्कैन करने लिए किया जाता है। यह स्कैन किए हुए डाटा को मेमोरी में डिजिटल फॉर्मेट के रूप में स्टोर करता है। यह भी उपयोगकर्ता की सही पहचान करने मे सक्षम है।
7. डिजिटाइज़र (Digitizer)

डिजिटाइज़र एक इनपुट डिवाइस है जो टेक्स्ट, साउंड, ग्राफिक या लाइट जैसी एनालॉग जानकारी प्राप्त करता है और इसे डिजिटल रूप मे रिकॉर्ड करता है। आमतौर पर सूचना कंप्यूटिंग डिवाइस पर एक फ़ाइल में संग्रहीत की जाती है, इस प्रक्रिया को डिजिटलाइजेशन कहा जाता है। कई प्रकार के डिजिटाइज़र जैसे- ऑडियो डिजिटाइज़र, ग्राफिक टैबलेट, कैमरा आदि जिनका उपयोग विभिन्न प्रकार से इनपुट डिवाइस के रूप मे कंप्यूटर से साथ किया जाता है।
8. माइक्रोफ़ोन (Microphone)

एक माइक्रोफ़ोन एक ऐसा उपकरण है जो ध्वनि तरंगों को विद्युत सिग्नल में परिवर्तित करके ऑडियो कैप्चर करता है। इन सिग्नल्स को एनालॉग सिग्नल के रूप में बढ़ाया जा सकता है या डिजिटल सिग्नल में बदला जा सकता है, जिसे कंप्यूटर या अन्य डिजिटल ऑडियो डिवाइस द्वारा प्रोसेस किया जा सकता है। माइक्रोफोन का उपयोग विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए ध्वनि को रिकार्ड करने के लिए किया जाता है।
9. वेब कैमरा (Web Camera)

वेब कैमरा कंप्यूटर के लिए वीडियो कैमरा है जिसका उपयोग वीडियो चैटिंग या वीडियो कॉलिंग के लिए किया जाता है। पर्सनल डेस्कटॉप कंप्यूटर में यह USB से जुड़ा होता है, लेकिन लैपटॉप और नोटबुक में बिल्ट-इन वेबकैम होते हैं।
10. टचस्क्रीन (Touch Screen)

टचस्क्रीन एक इनपुट डिवाइस है, यह इलेक्ट्रॉनिक विज़ुअल डिस्प्ले के शीर्ष पर लगी होती है। इसका उपयोग अक्सर टीएफ़टी, एलसीडी, एमोलेड या ओएलईडी डिस्प्ले के साथ होता है। आज कल टैबलेट, स्मार्टफोन, स्मार्ट घड़ियों के साथ स्मार्ट टीवी व स्मार्ट मानिटर मे भी इसका उपयोग किया जाता है।
11. टचपैड (Touch Pad)

यह माउस की तरह पॉइंटर को नियंत्रित करने के लिए लैपटॉप, नोटबुक में उपयोग किया जाने वाला एक इनपुट डिवाइस है। इसमे माउस कि तरह ही राइट और लेफ्ट बटन होते हैं। जो माउस कि तरह ही परफार्म करते है।
आउटपुट डिवाइस क्या है (What is the Output Device)
यह भी पढे :
हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर क्या है? What is Hardware and software?
Computer Memory क्या है? यह कितने प्रकार की होती है?
Introduction to Computer (हिन्दी मे)
दोस्तों! मुझे उम्मीद है हमारे द्वारा लिखा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी रहा होगा। कंप्यूटर मे बहोत सी इनपुट युक्तियाँ है जिन्हे हम समय-समय पर अपडेट करते रहेंगे, इस पोस्ट मे मैंने उन डिवाइसेस को शामिल किया है, जो अक्सर कंप्यूटर से संबंधित परीक्षाओं मे पूछी जाती है। कंप्यूटर व टेक से संबंधित लेटेस्ट अपडेट के लिए हमे Facebook तथा Twitter पर भी फॉलो कर सकते हैं।
Very Nice Sir
Very Good
😊😊😊
Nice post
Thanks..
Nice