Variables in C Language in Hindi : C लैंग्वेज मे वेरिएबल क्या होते हैं?

C लैंग्वेज के अंतर्गत पिछले आर्टिकल मे आपने C लैंग्वेज मे कमेन्ट का इस्तेमाल कैसे करते हैं; यह सीखा। इस आर्टिकल Variables in C Language in Hindi मे आप C लैंग्वेज मे Variable क्या होते है, इनका इस्तेमाल किसलिए किया जाता है; यह जानेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं –

वेरिएबल (Variable) क्या होते हैं? : Variables in C Language in Hindi

किसी भी C प्रोग्राम में Variable का उपयोग डेटा स्टोर करने के लिए किया जाता है। जैसे- पूर्ण संख्याएं, दसमलव संख्याएं और कैरेक्टर आदि। ये डाटा स्टोर करने के लिए कंटेनर होते हैं। माना प्रोग्राम मे कोई संख्या स्टोर करनी है, तो उस संख्या को स्टोर करने के लिए वेरिएबल्स का उपयोग किया जाएगा। किसी वेरिएबल को प्रोग्राम मे निम्न तरह से डिक्लेयर किया जाता है।

Syntax : data_type variable_name;

Example :

main()

{

int a;

}

उपरोक्त उदाहरण मे int एक डाटा टाइप है और a एक वेरिएबल नेम है। वेरिएबल को किसी भी नाम से डिक्लेयर किया जा सकता है, बस वेरिएबल नाम मे स्पेस और वेरिएबल नाम नंबर से स्टार्ट नहीं होना चाहिए।

Program Example

#include<stdio.h>

int main()

{

int a; // variable declaration

a = 10; // assign a value

printf(“The value of a is %d”, a);

return 0;

}

Output : The value of a is 10

उपरोक्त प्रोग्राम मे a नाम से एक वेरिएबल डिक्लेयर किया गया है, जिसमे 10 वैल्यू को स्टोर किया गया तथा printf() फंगक्शन के द्वारा वेरिएबल a को एक्सक्यूट करना बताया गया है।

नोट- उपरोक्त प्रोग्राम मे वेरिएबल डेकलेरेशन से पहले int का उपयोग किया गया है; यह एक Data Type है जो वेरिएबल के प्रकार को बताता है; कि वेरिएबल मे किस प्रकार का डाटा स्टोर किया जाएगा। Data Type के बारे मे अगले चैप्टर मे विस्तार से जानेंगे। printf() फंगक्शन मे इस्तेमाल किया गया %d एक फॉर्मैट स्पेशिफायर है, इसका उपयोग इन्टिजर वैल्यू को प्रिन्ट कराने के लिए किया जाता है। विभिन्न फॉर्मैट स्पेशिफायर क्या होते हैं, इनके बारे मे भी आगे जानेंगे।

वेरिएबल मे वैल्यू असाइन करना

हम वेरिएबल डिक्लेरेशन करते के समय ही वेरिएबल में वैल्यू भी असाइन कर सकते हैं, जैसे – int a = 10;

Example –

#include<stdio.h>

int main()

{

int a = 10; // variable declaration with assigned a value

printf(“The value of a is %d”, a);

return 0;

}

Output : The value of a is 10

एक से अधिक वेरिएबल डिक्लेयर करना

Variables in C Language in Hindi : अभी तक आप यह जान चुके हैं कि किसी प्रोग्राम मे वैल्यूस को स्टोर करने के लिए Variable का उपयोग किया जाता हैं। उदाहरण के लिए अगर किन्ही दो नंबरों को जोड़ने का प्रोग्राम बनाना है तो दो नंबरों को स्टोर करने के लिए व रिजल्ट स्टोर करने के लिए प्रोग्राम मे तीन Variables इस्तेमाल करने होंगे। इसे निम्न प्रोग्राम द्वारा जानते हैं।

Example –

// This program add two variables and print result

#include<stdio.h>

int main()

{

int a = 50;

int b = 10;

int c;

c = a + b;

printf(“The result of a+b is %d”, c);

return 0;

}

Output : The result of a+b is 60

उपरोक्त प्रोग्राम मे a, b, c नाम से तीन वेरिएबल डिक्लेयर किए गए हैं, जिसमे a और b मे वैल्यू असाइन की गई हैं तथा c को खाली रखा गया है, ताकि जोड़ का मान स्टोर किया जा सके।

हम वेरिएबल को निम्न तरह से भी डिक्लेयर कर सकते हैं।

int a = 50, b = 10, c;

हम एक ही वैल्यू को एक से अधिक वेरिएबल मे निम्न प्रकार से असाइन कर सकते हैं।

int a = b = c = 50;

वेरिएबल के मान को बदलना

वेरिएबल मे असाइन किए गए मान को बदला भी जा सकता है, इसे निम्न उदाहरण द्वारा समझते हैं।

Example –

// This program is about to change the value of the variables

#include<stdio.h>

int main()

{

int a = 50, b = 10;

a = 10;

b = 20;

printf(“The value of a is %d”, a);

printf(“The value of b is %d”, b);

return 0;

}

Output :

The value of a is 10

The value of b is 20

उपरोक्त प्रोग्राम मे a और b वेरिएबल को कुछ मानों के साथ डिक्लेयर किया गया, लेकिन बाद मे इन्हे अन्य मानों से साथ असाइन कर दिया गया, लेकिन प्रोग्राम को एक्सक्यूट करने पर बाद मे असाइन किए गए मान आउट्पुट मे प्रिन्ट हुए। इससे यह स्पष्ट होता है कि बाद मे असाइन किए गए मान पिछले मानों को ओवरराइट कर देते हैं।

वेरिएबल के नाम डिक्लेयर करने के नियम

Variables in C Language in Hindi : प्रोग्राम मे किसी वेरिएबल को डिक्लेयर करने के लिए निम्न बातों का ज्ञान होना आवश्यक है –

  1. वेरिएबल का नाम हमेशा Alphabet से शुरू होता है।
  2. वेरिएबल का नाम को छोटे और बड़े अक्षरों में घोषित किया जा सकता है, लेकिन जैसे घोषित किया गया वैसे ही उपयोग करना होता हैं।
  3. वेरिएबल का नाम कैरेक्टर, संख्या और अंडरस्कोर का उपयोग कर सकता है।
  4. वेरिएबल का नाम विशेष सिम्बल जैसे – % @ – / आदि का उपयोग नहीं कर सकता है।
  5. वेरिएबल का नाम रिक्त स्थान (स्पेस) के साथ घोषित नहीं किया जा सकता है।
  6. वेरिएबल का नाम छोटा और अर्थपूर्ण होना चाहिए।
  7. वेरिएबल का नाम रिजर्व कीवर्ड का उपयोग नहीं कर सकता।

C लैंग्वेज मे वेरिएबल स्कोप

Variables in C Language in Hindi : वेरिएबल स्कोप से तात्पर्य है कि प्रोग्राम मे वेरिएबल कहाँ घोषित किए जाते हैं। यह दो प्रकार से घोषित किए जा सकते हैं।

1. ग्लोबल वेरिएबल

ग्लोबल वेरिएबल किसी भी फंक्शन के बाहर घोषित किए जाते हैं, ये वेरिएबल सम्पूर्ण प्रोग्राम के लिए सुलभ होते हैं। प्रोग्राम का कोई भी फंक्शन इन वेरिएबल्स को एक्सेस कर सकता है।

Example –

#include<stdio.h>

int a = 10; // declaring global variable

int main()

{

printf(“The value of a is %d\n”, a);

return 0;

}

Output :

The value of a is 10

उपरोक्त प्रोग्राम मे a को ग्लोबल वेरिएबल के रूप मे डिक्लेयर किया गया है। इसके बाद main() फंक्शन मे printf() फंक्शन के द्वारा a को एक्सेस किया गया, जिसमे वेरिएबल बिना किसी एरर के एक्सक्यूट हो गया। ऐसा इसलिए क्योंकि ग्लोबल वेरिएबल को पूरे प्रोग्राम मे कहीं से भी किसी भी फंक्शन से एक्सेस किया जा सकता है।

2. लोकल वेरिएबल

लोकल वेरिएबल किसी भी फंक्शन के अंदर घोषित किए जाते हैं, ये वेरिएबल सिर्फ फंगक्शन तक ही सीमित होते है। लोकल वेरिएबल को फंगक्शन के बाहर से एक्सेस नहीं किया जा सकता, इनको सिर्फ उसी फंगक्शन मे एक्सेस किया जा सकता है जिस फंगक्शन मे वे डिफाइन किए गए हैं।

Example –

#include<stdio.h>

int main()

{

int a = 10; // declaring local variable

printf(“The value of a is %d”, a);

return 0;

}

Output :

The value of a is 10

उपरोक्त प्रोग्राम मे a को लोकल वेरिएबल के रूप मे डिक्लेयर किया गया है। इसके बाद printf() फंक्शन के द्वारा a को एक्सेस किया गया, जिसमे वेरिएबल बिना किसी एरर के एक्सक्यूट हो गया। ऐसा इसलिए क्योंकि लोकल वेरिएबल को उसी फंक्शन मे एक्सक्यूट किया जा सकता है जिसमे वह डिक्लेयर किया गया हो। यदि लोकल वेरिएबल को किसी दूसरे फंगक्शन मे एक्सक्यूट किया जाएगा तो एक्सक्यूट नहीं होगा।

Final Words

C प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के अंतर्गत आज के आर्टिकल Variables in C Language in Hindi मे आपने C लैंग्वेज मे वेरिएबल का उपयोग करना सीखा। C प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के अगले आर्टिकल मे आप Data Types क्या होते हैं, और इनका यूज क्या है; यह जानेंगे।

इस आर्टिकल को पढ़कर अगर आपके मन मे कोई प्रश्न हो तो कमेन्ट के जरिए जरूर पूछें, हमे आपके प्रश्न का रिप्लाइ करने मे खुशी होगी। C लैंग्वेज से संबंधित यह आर्टिकल Variables in C Language in Hindi अगर आपके लिए इन्फॉर्मटिव रहा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।

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